नई दिल्ली29 मिनट पहले
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सिट्रॉएन इंडिया की पॉपुलर SUV एयरक्रॉस भारत में कंपनी की सबसे सेफ कर बन गई है। कार को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP या भारत NCAP) से क्रैश टेस्ट में एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है, जो कि सभी वैरिएंट्स पर लागू होगी।
हालांकि कार चाइल्ड, प्रोटेक्शन के लिए 4 स्टार ही स्कोर कर पाई है। एजेंसी के क्रैश टेस्ट रिजल्ट के अनुसार, सिट्रोएन एयरक्रॉस को एडल्ट के लिए 32 में से 27.05 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 40 पॉइंट मिले हैं। ये सिट्रोएन की कंपनी की पहली कार है, जिसे क्रैश टेस्ट में इतने पाइंट्स मिले हों।

सिट्रॉएन एयरक्रॉस का फ्रंटल ऑफसेट डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट।

सिट्रॉएन एयरक्रॉस का साइड डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट।

सिट्रॉएन एयरक्रॉस का साइड पोल टेस्ट।
सिट्रॉएन एयरक्रॉस: एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट
फ्रंटल इंपैक्ट: 64kmph की स्पीड में हुए फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट में सिट्रॉएन एयरक्रॉस को 16 में से 11.05 अंक मिले। फ्रंट पैसेंजर के सिर और गर्दन को ‘अच्छी’ रेटिंग मिली। को-ड्राइवर की छाती को ‘पर्याप्त’ माना गया, लेकिन ड्राइवर की छाती को ‘सीमित’ रेटिंग दी गई। पेल्विस (कमर का हिस्सा) दोनों के लिए ‘सीमित’ रहा। पैर की हड्डी और ड्राइवर को ‘पर्याप्त’ स्कोर मिला, जबकि को-ड्राइवर की पैर की हड्डी सेफ रही। ड्राइवर के पैरों को भी ‘पर्याप्त’ रेटिंग दी गई।
साइड इंपैक्ट टेस्ट: SUV का 50kmph की स्पीड से साइड इंपैक्ट टेस्ट किया गया, जिसमें इसे 16 में से 16 अंक मिले। इसमें पैसेंजर के सिर, छाती, कमर का हिस्सा और एब्स को अच्छी सुरक्षा मिली।
साइड पोल टेस्ट: इस टेस्ट में भी पैसेंजर के शरीर के सभी अंगों को अच्छी सुरक्षा मिली। इन तीनों टेस्ट की परफॉर्मेंस के बेस पर टाटा एल्ट्रोज को एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 32 में से 27.05 पॉइंट और 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई।

सिट्रोएन एयरक्रॉस: चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट
इस टेस्ट में 18 महीने और एक 3 साल के बच्चे की डमी को चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम पर उल्टी दिशा की तरफ रखा गया। सिट्रोएन एयरक्रॉस को चाइल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 49 में से 40 पॉइन्ट मिले, जिससे इस कैटेगरी में 4 स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली।
इस कैटेगरी में कार डायनामिक स्कोर 24 में से 24, चाइल्ड रेस्टरेंट सिस्टम (CRS) इंस्टॉलेशन स्कोर 12 में से 12 और व्हीकल असिसमेंट स्कोर 13 में से 4 रहा।
क्रैश टेस्ट में 3 साल के बच्चे की डमी ने फ्रंटल क्रैश टेस्ट में 8 में से 8 अंक और साइड क्रैश टेस्ट में 4 में से 4 अंक हासिल किए। वहीं, 18 महीने के बच्चे की डमी ने फ्रंटल क्रैश टेस्ट में 8 में से 8 अंक, जबकि साइड क्रैश टेस्ट में 4 में से 4 अंक हासिल किए। हालांकि, प्रोटेक्शन के लेवल्स की जानकारी तो शेयर नहीं की गई है।

सिट्रॉएन एयरक्रॉस का चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट।

सेफ्टी फीचर्स: 6 एयरबैग और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम
पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए इसमें अब 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), एक हिल होल्ड असिस्ट, एक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), रियर पार्किंग सेंसर और एक रियर पार्किंग कैमरा जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
सिट्रोएन एयरक्रॉस की कीमत 8.32 लाख रुपये से 14.1 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है। सिट्रोएन एयरक्रॉस SUV का मुकाबला हुंडई क्रेटा, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट, टोयोटा अर्बन क्रूजर हाइराइडर, किआ सेल्टोस, मारुति विक्टोरिस और स्कोडा कुशाक से है।

क्रैश टेस्ट की प्रोसेस
1. टेस्ट के लिए इंसान जैसी 4 से 5 डमी को कार में बैठाया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है, जो चाइल्ड ISOFIX एंकर सीट पर फिक्स की जाती है।2. गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर (हार्ड ऑब्जेक्ट) से टकराकर देखा जाता है कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है। ये तीन तरीके से किया जाता है।
- फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में कार को 64 kmph की रफ्तार पर बैरियर से टकराया जाता है।
- साइड इम्पैक्ट टेस्ट में गाड़ी को 50 kmph की स्पीड पर बैरियर से टकराया जाता है।
- पोल साइड इम्पैक्ट टेस्ट में कार को फिक्स स्पीड पर पोल से टकराकर देखा जाएगा। पहले दो टेस्ट में कार के 3 स्टार रेटिंग हासिल करने पर तीसरा टेस्ट किया जाता है।
2. टेस्ट में देखा जाता है कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं। इन सभी के आधार पर रेटिंग दी जाती है।
