नई दिल्ली10 मिनट पहले
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बजाज ऑटो ने ऑस्ट्रियन बाइक मैन्युफैक्चरर KTM का अब पूरा कंट्रोल हासिल कर लिया है। कंपनी ने KTM की पैरेंट कंपनी पियरर मोबिलिटी एजी (PMAG) को खरीद लिया है। जिससे बजाज KTM, हुस्कवर्ना और गैसगैस ब्रांड्स की एकमात्र मालिक बन गई है।
कंपनी ने BSE-NSE फाइलिंग में इस डील की जानकारी दी है। अब बजाज को KTM की स्ट्रैटेजी, प्रोडक्ट्स और ऑपरेशंस पर फुल डिसीजन लेने की पावर मिल गई है।
पार्टनरशिप से ओनरशिप तक का सफर
बजाज और KTM की 17 साल पहले 2007 में पार्टनरशिप हुई थी। तब बजाज ने KTM में 14.5% स्टेक खरीदे थे। उसके बाद 2012 में KTM ने भारत में एंट्री की और बजाज की मदद से ड्यूक 200 लॉन्च की गई। इस बाइक को भारतीय मार्केट में अच्छा रिस्पांस मिला। इस बाइक की लाखों यूनिट्स बिकी और KTM को भारत में पॉपुलर बना दिया।
धीरे-धीरे KTM में बजाज का स्टेक बढ़ता गया, 2020 में ये 48% हो गया और अगले ही साल 49.9% तक पहुंच गया। हाल के सालों में KTM को फाइनेंशियल क्राइसिस का सामना करना पड़ा। कंपनी मोटोजीपी बाइक्स की डेवलपमेंट तक रोकने पर मजबूर हो गई थी।
ऐसे में बजाज ने और इन्वेस्टमेंट कर KTM के ऑपरेशंस को सपोर्ट दिया। आज बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स बीवी (BAIHBV) ने PMAG को खरीद लिया, जिससे बजाज को PMAG में 74.9% शेयरहोल्डिंग मिल गई। अब PMAG बजाज ऑटो की सब्सिडियरी बन गई है।
बजाज ऑटो ने KTM की पैरेंट कंपनी पियरर मोबिलिटी एजी (PMAG) को खरीदा लिया है।
डील की डिटेल्स: नाम बदला और मैनेजमेंट रिस्ट्रक्चरिंग शुरू
डील के तहत PMAG का नाम बदलकर बजाज मोबिलिटी एजी कर दिया गया है। साथ ही पियरर बजाज एजी का नाम बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स एजी हो गया। मैनेजमेंट और बोर्ड मेंबर्स में भी चेंजेस किए गए हैं, ताकि ऑपरेशंस को स्मूथ तरीके से रन किया जा सके।
बजाज के चेयरमैन राहुल बजाज ने कहा, ‘ये स्टेप हमारी लॉन्ग-टर्म पार्टनरशिप को नेक्स्ट लेवल पर ले जाता है। KTM की स्ट्रेंथ को भारत और ग्लोबल मार्केट्स में यूज करेंगे।’ हालांकि, ऑफिशियल स्टेटमेंट्स में डील वैल्यू का जिक्र नहीं किया गया, लेकिन ये साफ है कि बजाज अब KTM के फ्यूचर पर फुल कंट्रोल रखेगी।
भारतीय मार्केट में KTM की ग्रोथ को नया बूस्ट मिलेगा
भारतीय टू-व्हीलर इंडस्ट्री में ये डील गेम चेंजर साबित हो सकती है। KTM की प्रीमियम बाइक्स जैसे ड्यूक और एडवेंचर सीरीज पहले से ही युवाओं में पॉपुलर हैं। बजाज की मैन्युफैक्चरिंग स्ट्रेंथ और KTM की टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन से अब नए मॉडल्स जल्द लॉन्च हो सकेंगे।
KTM को भारत में बजाज ने ही रीच दी थी। पहले ये बाइक्स सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित थीं, लेकिन बजाज के नेटवर्क से ये छोटे शहरों और गांवों तक पहुंच गईं। इसका फैन बेस भी खूब बढ़ा। ग्लोबली बजाज को KTM की रिसर्च डेटा से फायदा मिलेगा, जो उनकी अपनी बाइक्स को इम्प्रूव करने में मदद करेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये मूव भारतीय बाइक इंडस्ट्री को इंटरनेशनल लेवल पर मजबूत बनाएगा।

बजाज और KTM की 17 साल पहले 2007 में पार्टनरशिप हुई थी।
फ्यूचर प्लान्स: रिस्ट्रक्चरिंग से चमकेगा KTM का भविष्य
अभी से ही बजाज ने KTM के मैनेजमेंट और ऑपरेशंस में रिस्ट्रक्चरिंग शुरू कर दी है। कंपनी का फोकस अब प्रोडक्ट इनोवेशन पर रहेगा। खासकर इलेक्ट्रिक और हाई-परफॉर्मेंस बाइक्स पर कंपनी काम करेगी। KTM के मोटोजीपी प्रोजेक्ट्स को भी रिवाइव करने की प्लानिंग चल रही है।
बजाज के MD राजीव बजाज ने कहा, ‘हम KTM को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। ये सिर्फ बिजनेस डील नहीं, बल्कि दो कंपनियों का फ्यूजन है जो ग्लोबल मार्केट को चेंज कर देगा।’ आने वाले महीनों में नए लॉन्चेस और एक्सपैंशन प्लान्स की घोषणा हो सकती है। कुल मिलाकर ये पार्टनरशिप अब फुल ओनरशिप में बदल गई है, जो दोनों कंपनियों के लिए ब्राइटर फ्यूचर का संकेत दे रही है।